वर्ल्ड कप 2019: मोहम्मद शमी प्लेयर ऑफ़ द मैच के असली हक़दार थे?

कोहली और मोहम्मद शमी
इंग्लैंड में खेले जा रहे वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत की जीत का सिलसिला जारी है. इस विजय रथ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पहले बारिश और फिर अफ़ग़ानिस्तान ने कुछ स्पीड ब्रेकर लगाने की कोशिश ज़रूर की, लेकिन टीम इंडिया के लड़ाके हर बाधा को पार कर गए.
गुरुवार को ओल्ड ट्रैफ़र्ड में पहले बल्लेबाज़ी कर रही भारतीय टीम वेस्ट इंडीज़ के गेंदबाज़ों के सामने रन जुटाने के लिए जूझती दिखी, लेकिन बाद में मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल की घातक गेंदबाज़ी के दम पर भारत ने वेस्ट इंडीज़ को 143 रन से आगे नहीं बढ़ने दिया और मुक़ाबला 125 रनों से जीत लिया.
कप्तान विराट कोहली ने इस मैच में 82 गेंदों पर 72 रनों की मजबूत पारी खेली और मौजूदा वर्ल्ड कप में अपना चौथा अर्धशतक बनाया. कोहली के अलावा केएल राहुल ने 48 रन, हार्दिक पांड्या ने 46 रन और विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी ने 56 रनों की नाबाद पारी खेली.
कोहली को उनकी पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया. लेकिन कुछ लोग इस फ़ैसले से खुश नज़र नहीं आए और उन्होंने सोशल मीडिया पर इस फ़ैसले की आलोचना करते हुए दलील दी कि मैच में गेंदबाज़ों की भूमिका को अहमियत नहीं दी गई और इस मुक़ाबले में प्लेयर ऑफ़ द मैच के असली हक़दार चार विकेट चटकाने वाले मोहम्मद शमी थे.
मोहम्मद शमी स्विंग गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार के चोटिल होने के बाद टीम में आए थे और अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ उन्हें पहला मौका मिला. शमी ने इस मौके को हाथों हाथ लिया, लेकिन आख़िरी ओवर में हैट्रिक के साथ चार ओवर में चार विकेट चटकाने के बावजूद वो प्लेयर ऑफ़ द मैच का खिताब नहीं पा सके.

बुमराह से पिछड़े!

इस मैच में प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया जसप्रीत बुमराह को. बुमराह ने 39 रन देकर दो विकेट चटकाए थे.

जसप्रीत बुमराह
इमेज

लेकिन सिर्फ़ आंकड़े बुमराह के शानदार प्रदर्शन की कहानी बयां नहीं करते. दुनिया के नंबर एक गेंदबाज़ बुमराह ने उस वक्त मेडन ओवर में रहमतशाह और हशमुतुल्लाह शाहिदी के विकेट चटकाए, जब अफ़ग़ानिस्तान हावी होता नज़र आ रहा था. यही नहीं 49वें ओवर में जब अफ़ग़ानिस्तान को जीत के लिए 12 गेंदों पर 21 रनों की दरकार थी तो बुमराह ने पाँच यॉर्कर डालकर बल्लेबाज़ों पर भारी दबाव बनाया.
नतीजा ये हुआ कि जब आख़िरी छह गेंदें डालने की ज़िम्मेदारी शमी को मिली तो उनके सामने बचाने के लिए 16 रन थे. लेकिन एक चौका खाने के बाद शमी ने वो करिश्मा कर दिखाया जो विश्व कप में 32 साल से कोई भारतीय नहीं कर सका था. मोहम्मद नबी को आउट को करने के बाद उन्होंने अगले दो बल्लेबाज़ों के भी विकेट झटके और हैट्रिक पूरी की. 32 साल पहले 1987 के विश्व कप में चेतन शर्मा ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ हैट्रिक बनाई थी.
ओल्ड ट्रैफ़र्ड में भी शमी मैन ऑफ़ द मैच से चूक गए. शमी ने 269 रनों का पीछा कर रही वेस्ट इंडीज़ टीम के सबसे ख़तरनाक बल्लेबाज़ क्रिस गेल को आउट कर टीम इंडिया की आधी चिंता दूर कर दी. इसके बाद शाई होप को अपनी उस गेंद का शिकार बनाया, जिसका होप को कुछ पता ही नहीं चला. होप का बल्ला ज़मीन पर ही रखा रह गया और गेंद उनका विकेट ले उड़ी.
फिर शमी ने टीम के बेहतरीन मध्यक्रम के बल्लेबाज़ शिमरोन हेटमायर को आउट कर इंडीज़ की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया. शमी ने अपना चौथा शिकार ओशेन थॉमस को बनाया और पांचवीं जीत भारत की झोली में डाल दी.

सोशल मीडिया पर चर्चा

क्रिकेट समीक्षक अयाज मेमन का भी मानना है कि मोहम्मद शमी लगातार दूसरी बार बदकिस्मत रहे और मैन ऑफ़ द मैच से चूक गए.

मोहम्मद शमीइमेज कॉपीरइट

मेमन ने ट्वीट किया, "मोहम्मद शमी लगातार दूसरी बार मैन ऑफ़ द मैच से चूक गए, लेकिन मेरा मानना है कि वर्ल्ड कप में तीसरे मैच में उन्होंने अपनी जगह पक्की कर ली है. आज भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा."
श्रीजीत मुखर्जी ने ट्वीट किया, "मोहम्मद शमी को मैन ऑफ़ द मैच पुरस्कार पाने के लिए क्या करना होगा? लगातार दो मैचों में चार-चार विकेट. एक में हैट्रिक और दूसरे मैच में दो अहम विकेट और फिर भी अनदेखी."
एक यूजर सोहिनी ने ट्वीट किया, "विराट मैन ऑफ़ द मैच हैं. कोई और दिन होता तो मैं बहुत खुश होती, लेकिन आज शमी इसके हक़दार थे. क्या आपको ऐसा नहीं लगता?"
नेत्रा पारिख ने भी लिखा, "हाँ, मैं भी ऐसा ही सोच रही थी- आज तो शमी ही इसके हक़दार थे."
@RanjiveMadhu हैंडल से ट्वीट किया गया, "इस मैच के लिए मोहम्मद शमी और विराट कोहली दोनों को मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार दिया जा सकता था. ये नियमों के ख़िलाफ़ नहीं है. जब चेतन शर्मा ने वर्ल्ड कप में हैट्रिक ली और उसी मैच में जब सुनील गावस्कर ने वनडे करियर का पहला और इकलौता शतक बनाया तो दोनों को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया."
चेतन शर्मा ने 1987 विश्व कप के इस मैच में न्यूज़ीलैंड के केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवेन चेटफ़ील्ड तीनों को बोल्ड आउट कर हैट्रिक ली थी. साथ ही गावस्कर ने 88 गेंदों पर 10 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 103 रनों की नाबाद पारी खेली थी.

Post a Comment

0 Comments