स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, 182 मीटर उंची इस मूर्ति को बनाने में तीन हज़ार करोड़ का ख़र्च आया था
सोशल मीडिया पर ख़बरी मॉनसून उतर आया है. बारिशों की ख़बरों के साथ और बहुत कुछ फ़ैल रहा है. ऐसी ही एक ख़बर फ़ैली है सरदार पटेल की बहुचर्चित मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ के बारे में. कहा जा रहा है कि गुजरात में हो रही लगातार बारिश की वजह से ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ को रेनकोट पहनाया गया है.
हमारे बहुत से रीडर्स और व्यूअर्स ने हमसे मेल पर इसके फैक्ट चेक की बात कही. आपने कहा, हमने हमेशा की तरह कर दिया.
# पहले जान लीजिए पूरा मामला
सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित ये मूर्ति गुजरात में है. तक़रीबन तीन हज़ार करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुई ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है. जिसकी उंचाई 182 मीटर है. इसके भीतर लिफ्ट लगी है जिससे टूरिस्ट मूर्ति के बराबर ऊपर जाकर नज़ारा लेते हैं. यहीं पर एक ‘व्यूइंग डेक’ है. मूर्ति के सीने वाली जगह पर. गुजरात में पिछले दो दिनों से हुई लगातार बारिश ने मूर्ति के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है. मूर्ति के अंदर पानी इतना ज़्यादा आ रहा है कि टूरिस्ट डेक पर खड़े तक नहीं हो पा रहे.
शायद यही वजह है कि सोशल मीडिया पर ‘रेनकोट’ वाला मामला कुछ ज़्यादा ही चल रहा है.
# दावा
सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट्स की बाढ़ आई हुई है जो बता रही हैं कि मूर्ति को रेनकोट पहनाया गया है
इस पड़ताल को दो हिस्सों में बांटना होगा. पहला तो ये कि क्या वाक़ई मूर्ति में भीतर तक पानी जा रहा है, और टूरिस्ट के खड़े होने तक की जगह नहीं है?
और दूसरा हिस्सा है रेनकोट.
1-हमने गुजरात में के अहमदाबाद में ‘आज तक’ से जुड़ी वरिष्ठ पत्रकार गोपी मनियर जी से बात की. उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि, ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ को पहली ही बारिश ने परेशान कर दिया है. मूर्ति के भीतर पानी इतना ज़्यादा इकठ्ठा हुआ है कि टूरिस्ट खड़े नहीं हो पा रहे हैं.
2 – ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ के भीतर पानी इकठ्ठा होने की बात ख़ुद ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर डाली गई है.
# अब आते हैं ‘रेनकोट’ वाले हिस्से पर
1– इस बाबत भी हमने स्थानीय स्तर पर बात की. सबसे पहले हमने ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ दफ़्तर में बात की. उन्होंने इस बात से साफ़ मना कर दिया. उनका कहना है कि किसी तरह का कोई रेनकोट नहीं पहनाया गया मूर्ति को.
2– फिर हमने ‘आज तक’ से जुड़ी वरिष्ठ पत्रकार गोपी मनियर से जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने भी यही दुहराया कि ‘मूर्ति पर किसी तरह का कोई रेनकोट नहीं डाला गया है’. अलबत्ता मूर्ति के अंदर से पानी ज़रूर रिस रहा है. साथ ही वहां जाने वाले टूरिस्ट भी परेशान रहे हैं.
# तो ये बात उठी कहां से?
ये सारा बवाल खड़ा हुआ एक अखबार की ख़बर से.दिव्य भास्करमें आज यानी 29 जून को ख़बर छपी कि बारिश का बहुत सा पानी स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के भीतर गया है और छतें भी टपक रही हैं. इसी ख़बर में दिव्य भास्कर ने सरदार पटेल की मूर्ति को रेनकोट पहनाने वाली बात के साथ एक ग्राफ़िक बनाया था. और यहीं से इसी ग्राफ़िक को लेकर जनता ने ट्वीट करना शुरू कर दिया. कि स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी को रेनकोट पहनाया गया है. जबकि वो सिर्फ़ एक ग्राफ़िक है. यानि काल्पनिक फोटो. एक तरह का व्यंग्य. कि ‘क्या अब स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी को रेनकोट पहनाया जाएगा’.
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# नतीजा
1–नहीं, स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी को रेनकोट नहीं पहनाया गया है
2–हां, लगातार बरस रहे पानी की वजह से स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के भीतर पानी इकठ्ठा हुआ है. भीतर छत से भी पानी टपक रहा है.
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