वरुण बहार जैसे गायकों की एक पूरी फौज है जो अश्लीलता, सांप्रदायिकता को भद्दे संगीत की चादर में लपेट कर जन-जन तक पहुंचा रही है.
पिछले महीने झारखंड के धातकीडीह गांव में हिंसक भीड़ ने 24 साल के तबरेज़ अंसारी से जबरदस्ती जय श्रीराम और जय हनुमान के नारे लगवाए और उन्हें इतना बेरहमी से पीटा कि घटना के चार दिन बाद तबरेज की मौत हो गयी. तबरेज़ की मौत के पहले भी ऐसी कई खबरें दर्ज हुयी जिसमें लोगों को डरा धमका कर जबरिया जय श्रीराम के नारे लगवाए गए. जय श्रीराम का नारा इधर बीच कुछ उन्मादी लोगों के लिए दहशत फैलाने का ज़रिया बन गया है. तनाव के इसी माहौल में कुछ दिन पहले एक ऐसा गाने का वीडियो आया है जिसमें खुलेआम जय श्रीराम का नारा नहीं लगाने वालों को कब्रिस्तान भेजने की मांग की गई है. यह वीडियो सामने आने के साथ विवाद शुरू हो गया है, कई नामी-गिरामी शख्सियतों ने इसको लेकर विरोध दर्ज करवाया है जिनमें रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी शामिल हैं.
विवादित गाने के शुरूआती बोल हैं, जो ना बोले जय श्रीराम, भेज दो उसको कब्रिस्तान. यूट्यूब चैनल पर दिखने वाले इस गाने को वरुण उपाध्याय उर्फ वरुण बहार नामक के एक गायक ने गाया है और इस गाने के निर्माता- निर्देशक का नाम है राजेश वर्मा जो कि जनता म्युज़िक नाम की एक म्युज़िक वीडियो बनाने वाली कंपनी चलाते हैं. इस कंपनी के गाने जनता म्यूज़िकल एंड पिक्चर्स नाम के यू-ट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं.
न्यूज़लॉन्ड्री ने जब इस वीडियो की खोजबीन की तो पाया कि इस गाने के अलावा वरुण बहार और जनता म्युज़िक कंपनी ने इस तरह के कई और गाने पूर्व में भी बनाए हैं जो कि धार्मिक मतभेद, भाईचारा को ठेस पहुंचाने वाले हैं. ताजा ख़बर है कि वरुण बहार को लखनऊ पुलिस ने 26 जुलाई की अल सुबह गोंडा जिले के बंदरहा गांव से गिरफ्तार कर लिया है. वरुण के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी.
गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले न्यूज़लॉन्ड्री ने वरुण बहार से विस्तार से बातचीत की. फोन पर हमसे बातचीत की शुरुआत वरुण जय श्रीराम से करते हैं. सांप्रदायिक गाने के भड़काऊ स्वरुप के बारे में वो कहते हैं, "मेरे गाने में ऐसा कुछ भी नही है. भारत देश के समस्त हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई भाइयों को मैं दिल से प्यार करता हूं. बाकि मैं अयोध्यावासी हूं इसलिए मैंने अपने प्रभु श्री रामजी के लिए हिंदुत्व के कई गाने गाये हैं. मैं हिंदुत्व के गाने गाता हूं और पाकिस्तान, जो हमारे देश के खिलाफ आये दिन हमला करता है, उसके विरोध में गाने गाता हूं. 'जो ना बोले जय श्रीराम गाने' में भी मेरा निशाना पाकिस्तान पर है, हिन्दुस्तान में रहने वाले मुसलमानों का तो मैं दिल से साथ दूंगा, कहीं कुछ भी हो जाए."
जब हमने बहार को बताया कि उनके गाने को लेकर राजनैतिक सरगर्मियां तेज़ हो गयी हैं, क्या उन्हें वाकई अपने गाने में कौमी माहौल खराब करने वाली कोई बात नहीं नज़र आती, तो वो कहते हैं, "इस गाने में किसी भी तरह की अभद्र टिप्पणी नहीं है और ना ही हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई या किसी भी धर्म और जाति का नाम लिया है. लेकिन हम हिन्दू हैं और हिंदुत्व के ऊपर गाते हैं और गायेंगे. पाकिस्तान जो कि हमारा पड़ोसी मुल्क है और जो हमारे देश से नफरत करता है उससे हम बहुत ज़्यादा नफरत करते हैं और उसके खिलाफ हमारे कई गाने भी हैं. पुलवामा हमले के बाद सबसे पहले मैंने ही एक गीत गाया था जिसके बोल थे 44 के बदले 444. बाकि हिन्दुस्तान के हमारे जो भी भाई बहन हैं , माता-पिता हैं उनसे हमें कोई दिक्कत नहीं है."
34 साल के बहार ने बताया कि वह 14 साल की उम्र से गांव की भजनमंडलियों में गाने गा रहे हैं. उन्होंने किसी विद्यालय या गुरू से संगीत की औपचारिक शिक्षा नहीं ली है. इनका दावा है कि वो लगभग 400-500 गाने अब तक गा चुके हैं. जब उनसे पूछा गया कि इन गानों को क्या वह खुद फिल्माते हैं और क्या इन गानों को जारी करने के पहले किसी तरह की सर्टिफिकेट या जांच होती है, तो वो बताते हैं, "ये गाने हम जनता चैनल के लिए गाते हैं और चैनल ही इन गानों को फिल्माता है, वह हमें गाना बनाने की सभी सुविधायें मुहैय्या कराता है. हम गायक हैं और इन सब चीज़ों की जानकारी हमें नहीं है, यह सब चैनल को पता होगा."
बहार आगे कहते हैं, “मेरा यह मकसद नहीं है कि मैं अपने गानों के ज़रिये देश में बवाल पैदा करूं, मैं सिर्फ हिंदुत्व के लिए गाने गाता हूं.”
हमने जब बहार द्वारा गाये गए गानों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि उसके कई दर्जन अश्लील गानों वीडियो बन चुके हैं. उसके अलावा वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर एक 'योगीचालीसा' भी गा चुका है.
बहार द्वारा गाये हुए और देवा म्यूजिक नामक एक अन्य कंपनी द्वारा प्रोड्यूस एक अश्लील गाना जिसके बोल हैं, "डबल पाकिस्तानी माल पटाएंगे, दिन रात ठोकेंगे, नया साल मनाएंगे" के बारे में जब बहार से पूछा गया तो वह कहते हैं, "देखिये सर, जैसे हमारे देश के ऊपर बहुत सारे अभद्र गाने बनाये गए हैं वैसे ही हमने अपने सैनिकों के लिए पाकिस्तान के खिलाफ यह गाना मनोरंजन के लिए लिखा था. हमने यह गाना सिर्फ मौजमस्ती के लिए लिखा था, हम गाना किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं गाते हैं.”
बातों-बातों में बहार हमे बताते हैं कि वह भारतीय हिन्दू युवक संघटन नाम के किसी अनजान सी संस्था के सदस्य भी हैं. वह आगे कहते हैं, "हमको सिर्फ अपनी हिन्दू युवा वाहिनी का समर्थन चाहिए. हमारे भारत के सभी हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी से मनोरंजन वाले वीडियो बनाने के लिए समर्थन चाहिए. इससे ज़्यादा हम कुछ नहीं बोलना चाहते हैं.”
गौरतलब है कि हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं.
न्यूज़लॉन्ड्री ने लखनऊ स्थित जनता म्युज़िक के कर्ता-धर्ता राजेश वर्मा के बारे में छान-बीन की तो पता चला कि बहार द्वारा गाये हुए "जो ना बोले जय श्रीराम" गाने के अलावा गौ-हत्यारे, लगता है प्यार से मंदिर ना बन पायेगा, बाबर के सारे सपोले, राम-राम चिल्लाएंगे, तम्बू में ही रहे मेरे रामजी' आदि गाने भी बना चुके हैं. इन सभी गानों के कई दृश्यों या फेसबुक पोस्ट में युवक हथियारों से लैस दिखाई देते हैं. इन गानों के बोल सांप्रदायिक उन्माद को बढ़ावा देते हैं.
जब न्यूज़लॉन्ड्री ने राजेश वर्मा से उनके द्वारा प्रोड्यूस "जो ना बोले जय श्रीराम" गाने के बारे में बात की तो वह कहते हैं, "यह गाना गलत है, यह गाना हम नहीं बनाते हैं, यह लोग खुद गाना बना कर लाते हैं और हम सिर्फ गाना अपने यू ट्यूब चैनल पर जारी करते हैं. जिस दिन यह गाना आया था, मैं यहां मौजूद नहीं था. इस गाने को जारी हुए 7-8 दिन हो गए हैं. जब इसका विरोध शुरू हुआ तो पहले हमने इसे सुना और फिर हटवा दिया. हमारा काम मनोरंजन करना है, ना कि माहौल ख़राब करना. लेकिन कुछ दूसरे यू ट्यूब चैनल वाले इसको डाउनलोड करके चला रहे हैं."
ऐसा नहीं है कि राजेश वर्मा के यूट्यूब चैनल पर सांप्रदायिक घृणा से भरा यह कोई अकेला गाना है. हमने राजेश वर्मा को उनकी कंपनी द्वारा बनाये गए अन्य भड़काऊ गानों (गौ हत्यारे, तम्बू में रह रहे मेरे रामजी, अब घर में घुसकर मारो-हिन्दू शेरों ललकारो, लव जिहादियों को) के बारे में याद दिलाया तो वह कहते हैं, "यह गाने जब जारी हुए थे तब भी हम शायद बाहर थे. वरुण बहार वाले गाने में भी हमसे यही गलती हो गयी कि हमने उसे जारी करने के पहले सुना नहीं." आगे वह कहते हैं, "हम सब यही गाने नहीं दिखाते हैं, हमारा जनता म्युज़िक भोजपुरी का चैनल भी हैं जिसके लिए हम खुद गाने बनाते हैं जो कि सिर्फ मनोरंजन के लिए है."
वर्मा ने बताया कि वह पिछले ढाई साल से जनता म्यूजिक कंपनी चला रहे हैं और लखनऊ से ही सारा काम करते हैं.
वर्मा आगे कहते हैं, "हम आपको एक बात बताना चाहते हैं, आज से आठ महीने पहले हमने जनता म्युज़िक- 786 फिल्म्स के नाम से एक और चैनल बनाया था. इसको शुरू करते ही जब हमने इस पर एक कव्वाली जारी की तो लखनऊ के चैनल चलाने वाले कुछ मुसलमान मेरे पीछे पड़ गए. वह कहने लगे यह हिंदूवादी है इसका चैनल मत देखना. इस चैनल को शुरू किया ही था कि मुझे धमकी भरे फ़ोन आने लगे. फ़ोन करने वाले कहते थे कि तुम हिन्दू हो और तुम 786 के नाम से चैनल चला रहे हो. यह चैनल शाम को 7 बजे शुरू किया था और रात के 11 बजे मुझे इसे बंद करना पड़ा.”
ऐसे गानों पर सेंसरशिप के बारे में जब वर्मा से पूछा गया तो वह कहते हैं, "यूट्यूब अपने आप में सेंसर बोर्ड है, जो गाने आपत्तिजनक होते हैं, यूट्यूब उनको लोड नहीं होने देता. वरुण बहार का गाना डालते वक़्त ऐसा कुछ नहीं हुआ और वह लोड हो गया था.”
जनता म्युज़िक द्वारा बनाये गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन के वीडियो को लेकर वह कहते हैं, "हम मोदीजी के फैन हैं और हमारे चैनल पर दिखने वाले 60% प्रतिशत गाने हम ही लोगों ने बनाये हैं." वह आगे कहते हैं, "मैं हर गुरुवार को लखनऊ शहर की तीन दरगाहों में जाता हूं, मस्जिद के सामने से जाते वक़्त सलाम करता हूं, मैं कैसे मुसलामानों के विरोध में गाने बना सकता हूं. मुझे ऐसा लगता है कि भाजपा के समर्थन में जो हमने जोर शोर से गाने बनाये थे, उसके चलते शायद कुछ लोग इंतज़ार में थे कि हमारे चैनल से कोई गलती हो जिसको उछाल कर वह पूरे मुसलमान तबके को हमारे खिलाफ कर दें. मैंने चार महीने पहले ही यह हिदायत दी थी कि जिस गाने में मुसलमानों के खिलाफ कुछ बात हो उसको जारी नहीं करूंगा."
न्यूज़लॉन्ड्री ने जनता म्यूज़िक के लिए गाने वाले एक अन्य गायक मोहित साईं से जब उनके द्वारा गाये हुए एक गाने 'गौ हत्यारे' के बारे में बात की तो वह कहते हैं, "देखिये जो लोग सिर्फ एकतरफ़ा सोचते हैं उन्हें लग रहा होगा कि यह मुसलामानों के बारे में कहा जा रहा है. ऐसी बात नहीं है कि गौहत्या करने वाले सारे लोग मुसलमान हैं, बिना हिन्दुओं के समर्थन के यह काम नही हो सकता. मैं यहां हिन्दुओं या मुसलामानों या किसी अन्य मज़हब के बारे में नहीं कह रहा हूं, मैं सिर्फ गौहत्यारों की बात कर रहा हूं, जो कोई भी हो सकता है. इसके लिए वह लोग भी ज़िम्मेदार हैं जो देखकर भी इसका विरोध नहीं करते हैं."
पिछले 5-6 सालों से गाना गा रहे मोहित ने बताया कि वह सिर्फ अपने देश और धर्म के लिए गाते हैं. वह कहते हैं, "मैं सिर्फ भजन गाता हूं और मैंने एक हिन्दू होने के नाते चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदीजी और योगीजी के लिए भी गाया है क्योंकि स्वाभाविक सी बात है कि पूरे देश में जितने हिन्दू हैं उनके लिए मोदी और योगी ही हैं. यह बात भी है कि अगर वह गलत करते हैं तो उसके लिए भी मैंने गाया है जैसे कि मैंने लिखा था- 'नेताजी हिन्दुओं की टूटी उम्मीदों को जोड़ दो, या तो मंदिर बनवाओ नहीं तो कुर्सी छोड़ दो'. बात तर्क की है क्योंकि हर सरकार मंदिर के नाम पर वोट मांगती हैं, राम मंदिर पूरे देश में एक बहुत बड़ा मुद्दा बन चुका हैं.”
अयोध्या के ही रहने वाले एक अन्य गायक किसी के बाप की नहीं अयोध्या, ना लव जिहाद फैलाओ, भारत के हिन्दू चढ़ लेंगे जैसे भड़काऊ गाने गा चुके हैं. इसके अलावा वह टीम संदीप आचार्य नाम का फेसबुक पेज चलाते हैं जिसमे वह एक समुदाय विशेष के बारे में आपत्तिजनक टिपण्णी भी करते हैं. न्यूज़लॉन्ड्री ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नही हो सकी.
गौरतलब है की कि जनता म्यूजिक कंपनी के लिए गाने वाले गायक भड़काऊ शैली के गानों के अलावा धार्मिक भजन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, हिन्दू युवा वाहिनी के सम्मान में भी गाने गाते हैं. इनमें से कुछ गायक भद्दे और अश्लील गाने भी गाते हैं. यह गायक जनता म्यूज़िक कंपनी के अलावा ऐसे दूसरे यूट्यूब चैनल्स के लिए भी गाते हैं.
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