दी लल्लनटॉप यूट्यूब न्यूज़ चैनल में ऐसी क्या खासियत है कि जिसके चलते उन्होंने बहुत ही कम समय में 1 करोड़ सब्सक्राइबर हासिल कर लिए हैं?

लल्लनटॉप वालों ने खुद बताया है कि उनकी क्या खासियतें हैं , यह देखिए ⬇️
क्या है ‘दी लल्लनटॉप‘ की ख़ासियतें?
‘दी लल्लनटॉप’ की सबसे बड़ी यूएसपी इसका यूज़र कनेक्ट है. बेहद आसान, दोस्ताना भाषा में जटिल से जटिल विषय समझाने की कला ने ‘दी लल्लनटॉप’ को बहुत कम समय में बेशुमार मकबूल बनाया. ख़बरों को क्लिष्ट भाषा से मुक्त करते हुए सहज, सिंपल अंदाज़ में पेश करने की ज़िद को दर्शकों ने खूब सराहा. फ़रवरी 2017 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए. इनमें पहली बार ‘दी लल्लनटॉप’ ने ग्राउंड रिपोर्टिंग की. ये डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में एक क्रांतिकारी कदम था.
जनता के बीच पहुंचकर सीधे लाइव दिखाना एक अभिनव प्रयोग था. जनता का रॉ इमोशन दर्शकों तक बिना किसी कांट-छांट के पहुंच रहा था. दर्शकों ने ऐसी पत्रकारिता को हाथोहाथ लिया. उसके बाद इस फॉर्मेट की बहुतों ने नक़ल भी करनी शुरू कर दी. यूपी चुनावों के बाद गुजरात और हिमाचल के चुनावों ने ‘दी लल्लनटॉप’ की चुनावी रिपोर्टिंग वाली विश्वसनीयता पूरी तरह स्थापित कर दी. चुनावी कवरेज यानी ‘दी लल्लनटॉप’ जैसा समीकरण बन गया. लोकसभा चुनावों में ‘दी लल्लनटॉप’ ने आधे से ज़्यादा भारत कवर किया.
‘दी लल्लनटॉप’ देश का इकलौता न्यूज़ पोर्टल है जिसके प्रोग्राम टीवी पर भी आते हैं. तेज़ चैनल पर ‘दी लल्लनटॉप’ के दो प्रोग्राम आते हैं।

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