9 मैच. 8 पारियां. 92.43 की औसत. 647 रन. 5 शतक.
रोहित शर्मा
वर्ल्ड कप में यह बल्लेबाज रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाए जा रहा है. रोहित करियर के सबसे बेहतरीन दौर में से हैं लेकिन खुशनहीं हैं. रोहित कहते हैं कि अगर टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप को अपने नाम नहीं कर पाती है, तो मेरी व्यक्तिगतउपलब्धियों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा. आप कितना भी रन बना लें या कितने भी विकेट हासिल कर लें, आखिर मेंजीतना ही सबसे अहम है.
रोहित इस वर्ल्ड कप में लगातार भारतीय बल्लेबाजी की बुनियाद रख रहे हैं. एकदम ठोस. एक वर्ल्ड कप में सबसेअधिक 5 शतक का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. वर्ल्ड कप करियर में सबसे अधिक 6 शतक के साथसचिन तेंडुलकर के बराबर. एक वर्ल्ड कप में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में सचिन का रिकॉर्ड खतरे में है. सिर्फ 27 रन और रोहित, सचिन को हटाकर शीर्ष पर होंगे. पर रोहित इन आंकड़ों से कुछ खास नहीं रखते.
रोहित ने कहा–
मैं यहां रिकॉर्ड बनाने नहीं आया हूं. मैं यहां रन बनाने और कप उठाने आया हूं. ईमानदारी से कहूं तो मैंआंकड़ों पर ध्यान नहीं देता.
रोहित ने इंडिया के पिछले तीन मैचों में लगातार तीन शतक लगाए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ 102 रन, बांग्लादेश के खिलाफ 104 रन और श्रीलंका के खिलाफ आखिरी लीग मुकाबले में 103 का स्कोर. रोहित शतक लगाने के तुरंत बाद अपनाविकेट गिफ्ट कर आउट हो जा रहे हैं. वे इससे थोड़े निराश हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर सेमीफाइनल में ऐसा मौकामिलता है, तो वे पुरानी गलतियां नहीं दोहराना चाहेंगे.
रोहित शर्मा ने आईपीएल के अपने पुराने दिनों को भी याद किया, जब उनका बल्ला शांत पड़ा था. उसदौर में युवराज सिंह ने उनकी काफी मदद की. तब युवराज ने कहा था कि जब जरूरत होगी, तुम रनबनाओगे. युवराज सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. मगर उनका कहा इस वर्ल्ड कप में सचसाबित हो रहा है.
उन्होंने कहा कि क्रिकेट में हर दिन नया होता है. जो बीत चुका, सो बीत चुका. रोहित हर नए मैच में यहसोचकर फील्ड में उतरते हैं कि उन्होंने टूर्नामेंट में न तो कोई मैच खेला है और न ही कोई शतक लगायाहै. वे आगे भी इसी माइंडसेट के साथ खेलना चाहते हैं.
बड़े स्कोर बनाने के सवाल पर रोहित ने कहा कि शॉट का चयन काफी अहम होता है. बल्लेबाजी के लिहाज से पिच कैसीहै और गेंदबाज कैसा है, मैं इसके आधार पर अपनी बल्लेबाजी की दशा और दिशा तय करता हूं.
अपने रिकार्ड्स के ऊपर रोहित शर्मा का ध्यान भले ही न हो, दुनिया का ध्यान तो इधर ही है. विपक्षी टीमेंरोहित को जल्द से जल्द आउट कर सुकून की सांस लेना पसंद करेंगी. जबकि उनके चाहने वाले यहीदुआ करेंगे कि रोहित शर्मा रनों के अंबार लगाते रहें.
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