यदि केवल दिन ही रात न होती तो क्या होता?

दिन के समय हमें सूर्य की रोशनी उसके किरणों से मिलती है यह किरणें वातावरण में गर्मी प्रदान करती है जिससे कि पेड़ -पौधे अपना खाना बनाते हैं और हमें अपने जीवन के अनुसार पर्याप्त गर्मी मिलती है| इस गर्मी की अधिकता या इसकी कमी दोनों ही पृथ्वी के जीवन को विनाश करने का कारण बन सकते हैं|
सबसे पहले बात करते हैं कि यदि इस पृथ्वी पर केवल रात ही हो एवं दिन हो ही ना तो हमें पृथ्वी की किरणें नहीं मिल पाएगी जिन्हें हम पराबैंगनी किरणों के नाम से भी जानते हैं| ऐसा होने पर पेड़ -पौधे अपना खाना नहीं बना पाएंगे| इसके साथ ही पृथ्वी के तापमान का स्तर धीरे-धीरे गिरने लगेगा और यह पूरी तरीके से जम जाएगी जिससे इसके अंदर स्थित जीवन का नाश हो जाएगा और पृथ्वी मात्र एक बर्फ का गोला बन कर रह जाएगी|
चित्र स्रोत:- गूगल
यदि केवल पूरे समय दिन ही होता और रात कभी नहीं होती तो पृथ्वी का तापमान सूर्य की पराबैंगनी किरणों द्वारा इतना अधिक बढ़ जाता कि पूरे पृथ्वी के जीवन का नाश हो जाता और पृथ्वी मात्र एक आग के गोले के समान बनकर रह जाती|
चित्र स्रोत:- गूगल
इस प्रकार हमारे लिए इस पृथ्वी पर दिन एवं रात एक निश्चित समय अवधि के अंतराल पर होना अत्यंत आवश्यक है ताकि इस जीवन का संतुलन बना रहे|
लेख पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद|

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