इंसान का दिमाग कितने GB का हो सकता है?

प्रकति ने इंसान को सबसे तेज दिमाग दिया है। जिससे वह हर चीज को आसानी से याद रखने के साथ ही सौचने की भी ताकत रखता है। लेकिन दिमाग की कई सारी ऐसी जटिल प्रक्रियाएं है जिनके बारे में आज तक कोई भी पता नहीं लगा पाया है। इसकी एक वजह यह है कि इंसान का दिमाग एक साथ कई सारे कार्य करता है। जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
किसी भी इंसान के चेहरे पर हावभाव लाने का काम दिमाग ही करता है। जिसे आम भाषा में फिलिंग्स कहा जाता है। जब भी आप ख़ुश होते हैं, आपका मस्तिष्क आपके चेहरे पर अलग तरह का भाव उत्पन्न करता है। जिसे देखकर इस बात का पता लगाया जा सकता है कि इंसान का मूड कैसा है।
लेकिन दोस्तों क्या कभी आपने सौचा है कि इंसान के दिमाग की मेमोरी कितनी होती है. या फिर कितने जीबी तक इसमे डेटा स्टोर रहता है। तो जानाकरी के लिए बता दें कि इंसान के दिमाग की मेमोरी अनलिमिटेड होती है। लेकिन एक आम इंसान अपने दिमाग की केवल 512 MB का ही अपने पूरे जीवन में उपयोग करता है। हालांकि डॉक्टर तथा आईएएस अधिकारी 1 GB एवं ग्रेट साइंटिस्ट सिर्फ 5 GB तक इस्तेमाल करते हैं।
अगर हम कुल मेमोरी की बात करे तो इंसान अपनी जिंदगी में करीब दो लाख जीबी डेटा का इस्तेमाल कर सकता है. लेकिन दुख की बात तो यह है कि इंसान अपने दिमाग को गलत जगहों पर लगाता है जिसकी वजह से उसकी मेमेरी मे कई सारे विकार उत्पन्न होनें लगते है। जिससे इंसान की दमागी मेमीरी कम हो जाती है।

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