"डर को खत्म करो, गंदी सोच बदलो"
महिलाएं ज्यादातर डरती है कॉकरोच और छिपकली से, मगर आजकल महिलाएं डर रही है उन नामर्दों से जो आजकल किसी की भी बहु बेटियों के जिस्म के साथ खिलवाड़ करते है। महिलाएं डर रही है आजकल अकेली सड़को पर चलने से। महिलाएं डर रही है कुछ नामर्दों की गंदी नजरो से।
कुछ लोग कहते होंगे कि लड़की के छोटे कपडे पहनने के कारण ऐसा कुछ होता है, मगर सलवार कमीज पहनने वाली लड़की भी उन्हें अपने बाप की प्रॉपर्टी लग रही है। छोटे कपड़े पहने तो उन नामर्दो की गंदी नजरो का सामना करो, और अगर सलवार कमीज पहने तो शेप और साइज जैसी गंदी सोच वालो का सामना करो, महिलाएं डर रही है ऐसे नामर्दो से।
कॉकरच और छिपकली को तो कुचल के मारा जा सकता है, लेकिन गंदी सोचवाले नामर्दो का क्या? "बेटियों को कहते है छोटे कपड़े मत पहनो, लेकिन बेटों को क्यों नही कहते कि किसी की बहू बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ मत करो"। महिलाएं डरती है ऐसे बेटों से जो गंदी सोच लेकर घर से निकलते है।
कभी दिल्ली तो कभी महाराष्ट्र तो कभी हैदराबाद, महिलाएं डर रही है अपने ही देश मे सुकून की जिंदगी जीने में। अपने आप से पूछो, क्यों लगता है महिलाओं को डर और कौन जिम्मेदार है इस डर का...कहते है सोच बदलो तो देश बदलेगा लेकिन यह क्यों नही कहते कि गंदी सोच बदलोगे तो देश भी बदलेगा और बहू बेटियों की जिंदगी भी सुरक्षित रहेगी।
कहना तो यही चाहूंगा कि अपने बहु बेटियों को मजबूत बनाना आपके हाथ मे है, क्योंकि गंदी सोच का खत्म होना मुझे तो संभव नही लगता। इसीलिए अपनी बेटियों को इतना मजबूत और बलशाली बनाओ की कोई भी नामर्द उसके जिस्म को देखने पर भी काँपने लगे। और हर एक माँ बाप से यही गुज़ारिश है कि अपने बेटों की तरफ ध्यान दे। उन्हें बचपन से ही अच्छे संस्कार और महिलाओं की इज्जत करना सिखाए और गलत संगत से दूर रहने की सलाह दे।
और महिलाओं के लिए एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि नामर्दो की सोच का भरोसा नही, लेकिन खुद के सेल्फ डिफेंस के लिए अपने पास ऐसा कुछ जरूर रखे जो आपकी हिफाजत करने में काम आए। अगर सहमत हो तो इसे शेयर जरूर करना।
क्योंकि एक सुनसान सड़क पर अकेली लड़की तुम्हारे बाप की प्रॉपर्टी नही, बल्कि एक जिम्मेदारी होती है।
जय हिंद
जय भारत!


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