भारतीय युवा और जिम्मेदारी पर लेख | Indian youth and responsibility Article in hindi
भारतीय युवा और जिम्मेदारी पर लेख
Indian youth and responsibility in hindi
- आतंकवाद
- भ्रष्टाचार
- सांप्रदायिक असमानताओं
- देश के प्रति ज़िम्मेदारी – देश में बदलाव के लिए देश के युवा को देश से प्रेम रखना होगा. देश प्रेम के चलते ही युवा देश की तरक्की के बारे में सोच पायेगा. देश प्रेम दिखाने के लिए युवा को राजनीती में रूचि दिखानी होगी. आज देश की बागडौर वृद्ध लोगों के हाथ में है, कुछ एकाद ही युवा राजनीती में सक्रीय है. जिससे राजनीती बत से बत्तर होती जा रही है. ये बूढ़े नेता अपनी देखभाल तो सही से कर नहीं पाते है, देश की सेवा कैसे करेंगें. देश में युवाओं को देश का एक अच्छा नागरिक भी बनना चाहिए, देश के प्रति ज़िम्मेदारी जैसे वोट डालना, देश को स्वच्छ रखना, टैक्स भरना, घूस न लेना न देना आदि को समझना चाहिए. एक अच्छा नागरिक वही है, जो खुद भी ज़िम्मेदार बने, और दुसरे को भी इसके लिए प्रेरित करे.
- राजनीती में ऐसे बहुत से चेहरे है, जो राजनीती को मलिन कर रहे है. राजनैतिज्ञ में लालच, भ्रष्टाचार, सत्ता के लिए कुछ कर बैठना ये सभी आदत दिखाई देती है, जिससे युवाओं को राजनीती से घृणा होती जा रही है.
- देश में फैली अनेकों बुराइयों से दूर युवा दुसरे देश में रहना पसंद करते है, उन्हें दुसरे देश में विकास के ज्यादा मौके समझ आते है.
- दुसरे देश वाले भारत के युवाओं को अधिक पैसा देकर वही रहने का मौका देते है, क्यूंकि विदेशी भी मानते है, भारतीय युवा ज्यादा मेहनती होते है.
- अगर कोई युवा राजनीती में जाता भी है, तो सच्चे मार्ग में चलते हुए उसे सत्ताधारीयों के द्वारा दबा दिया जाता है.
- मीडिया कई बार राजनीती का गलत चेहरा सबके सामने लाती है, जिससे युवा देश की राजनीती को दूर से ही गलत समझ लेता है.
- देश में युवा आवाज को अनुभव की कमी बताकर हमेशा दबाया जाता है.
- माता पिता नहीं चाहते उनका बेटा राजनीती में आकर अपना भविष्य ख़राब करे, क्यूंकि माना जाता है कि जो कम पढ़ा, लिखा होता है, या जिसको पढाई या काम में कोई रूचि नहीं होती है, वही राजनीती में आता है.
- माँ बाप भारत देश की राजनीती को देखकर, अपने बच्चे को राजनीती में भेजने से डरते है.
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विकसित,सशक्त देश बनेगा
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बेरोजगारी, आरक्षण की समस्या हल होगी
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शिक्षा में वृद्धि होगी
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आने वाला कल देश के लिए बहुत अच्छा होगा
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- युवाओं की सोच एक नयी, विकास वाली होती है, जिससे देश का विकास होना तय है.
- नए मॉडर्न इंडिया बनाने के लिए, युवा सोच की बहुत जरूरत है. युवा अपने युवा भाई बहनों के लिए सोचेगा जिससे बहुत सी परेशानियाँ हल हो जाएँगी.
- आज कई युवा भटक गया है, कई बार सेल्फिश हो जाता है. कुछ लोग बस अपने में ही मस्त रहते है, माँ बाप परिवार के प्रति ज़िम्मेदारी समझते ही नहीं है. युवा ही है, जो परिवार के खम्बे होते है, जो उसे खड़ा करते है. वे जिम्मेदार नहीं होंगें तो परिवार भी बिखर जायेगा और जब तक परिवार विकास नहीं करेगा, देश कभी विकास नहीं कर पायेगा.
- कुछ ऐसे भी युवा है, जो बस काम को ही तवज्जो देते है, परिवार को नहीं. माँ बाप के प्रति ज़िम्मेदारी नहीं समझते और उन्हें वृधाश्रम में छोड़ देते है. माँ बाप के प्रति ज़िम्मेदारी से कभी नहीं भागना चाहिए. काम के अलावा पुरे परिवार के साथ समय बिताना चाहिए.
- समाज के प्रति ज़िम्मेदारी – युवाओं को सामाजिक भी होना चाहिए. समाज हमारे लिए बनाया गया है, समाज की गतिविधियों में भाग लेना चाहिए. समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझना चाहिए. लेकिन कभी भी समाज की बातों में आकर गलत निर्णय नहीं लेना चाहिए. लोग क्या कहेंगें, समाज क्या कहेगा यही सोच सोचकर कई बार इन्सान गलत निर्णय ले लेता है, जिससे नुकसान समाज का नहीं, आपका ही होता है.
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