भारत और अफगानिस्तान का मैच हुआ. भारती टीम 11 रनों से जीत गई. मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए. वो ऐसे कि भारत के शमी बॉलिंग कर रहे थे. अफ़गानिस्तान को मैच जीतने के लिए आख़िरी ओवर में 16 रन चाहिए थी. 50वें ओवर की पहली गेंद पर शमी की यॉर्कर डालना चाहा लेकिन गेंद फुल टॉस रह गई और मोहम्मद नबी ने चौका पीट दिया. दूसरी गेंद डॉट बॉल हो गई. नबी चाहते तो सिंगल भाग सकते थे, पर नहीं भागे.
शमी ने अब तीसरी गेंद डाली. उस पर नबी ने अपना बल्ला उठाया छक्का मारने के लिए, पर उन्हें क्या पता था कि वो आउट होने वाले हैं. हार्दिक पंड्या ने बाउंड्री पर उनका कैच लपका. नबी 55 बॉल पर 52 रन बनाकर आउट हो गए. उनके जाने के बाद आफताब आलम आए. उन्होंने बल्ला जोर से मारने के लिए उठाया तो लेकिन गेंद उनकी बल्ले की बजाए, विकेटों पर चली गई. और वो बोल्ड आउट होकर पवेलियन लौट गए.
वो गए तो मुज़ीब रहमान बैटिंग के लिए आए. अब जीतने के लिए 2 बॉल पर 12 रन चाहिए थे. मुज़ीब ने सोचा कि वो दो छक्का लगाकर मैच जिता सकते हैं. लेकिन शमी की अगली गेंद पर उनकी भी गिल्लियां भरभराकर गिर गईं. उनके आउट होने के साथ ही अफगानिस्तान की टीम ऑल आउट हो चुकी थी.
भारतीय टीम को लगे हाथ दो खुशी मिल चुकी थी. एक तो अफगानिस्तान से जीत और दूसरी मोहम्मद शमी की हैट्रिक. भारतीय खिलाड़ियों की बात करें तो वर्ल्ड कप में शमी से पहले चेतन शर्मा ने 1987 में हैट्रिक ली थी. शमी ने आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के पिछले चार मैच नहीं खेले थे. अफगानिस्तान के खिलाफ उन्हें भुवनेश्वर कुमार की जगह खेलने का मौका दिया गया था.
मोहम्मद शमी ने कहा कि प्लान सिम्पल था. माही भाई ने यॉर्कर करने के लिए सजेस्ट किया था. उन्होंने कहा था कि अभी कुछ भी चेंज मत करना, तुम्हारे पास हैट्रिक करने का अच्छा चांस है. ये थोड़ा मुश्किल है और तुम्हें ऐसा करने की जरूरत है. मैंने वही किया, जो उन्होंने कहा था.
हैट्रिक के बाद जसप्रीत बुमराह से बात करते हुए शमी ने कहा-
बहुत अच्छा फील हो रहा है. वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेना बड़ी बात है. अल्लाह का शुक्रिया करना चाहूंगा कि ये मुकाम मुझे मिला है. और ऐसे कारनामे हम साथ में करें, साथ में खेलते रहें.
भारत और अफगानिस्तान का मैच हुआ. भारती टीम 11 रनों से जीत गई. मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए. वो ऐसे कि भारत के शमी बॉलिंग कर रहे थे. अफ़गानिस्तान को मैच जीतने के लिए आख़िरी ओवर में 16 रन चाहिए थी. 50वें ओवर की पहली गेंद पर शमी की यॉर्कर डालना चाहा लेकिन गेंद फुल टॉस रह गई और मोहम्मद नबी ने चौका पीट दिया. दूसरी गेंद डॉट बॉल हो गई. नबी चाहते तो सिंगल भाग सकते थे, पर नहीं भागे.
शमी ने अब तीसरी गेंद डाली. उस पर नबी ने अपना बल्ला उठाया छक्का मारने के लिए, पर उन्हें क्या पता था कि वो आउट होने वाले हैं. हार्दिक पंड्या ने बाउंड्री पर उनका कैच लपका. नबी 55 बॉल पर 52 रन बनाकर आउट हो गए. उनके जाने के बाद आफताब आलम आए. उन्होंने बल्ला जोर से मारने के लिए उठाया तो लेकिन गेंद उनकी बल्ले की बजाए, विकेटों पर चली गई. और वो बोल्ड आउट होकर पवेलियन लौट गए.
वो गए तो मुज़ीब रहमान बैटिंग के लिए आए. अब जीतने के लिए 2 बॉल पर 12 रन चाहिए थे. मुज़ीब ने सोचा कि वो दो छक्का लगाकर मैच जिता सकते हैं. लेकिन शमी की अगली गेंद पर उनकी भी गिल्लियां भरभराकर गिर गईं. उनके आउट होने के साथ ही अफगानिस्तान की टीम ऑल आउट हो चुकी थी.
भारतीय टीम को लगे हाथ दो खुशी मिल चुकी थी. एक तो अफगानिस्तान से जीत और दूसरी मोहम्मद शमी की हैट्रिक. भारतीय खिलाड़ियों की बात करें तो वर्ल्ड कप में शमी से पहले चेतन शर्मा ने 1987 में हैट्रिक ली थी. शमी ने आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के पिछले चार मैच नहीं खेले थे. अफगानिस्तान के खिलाफ उन्हें भुवनेश्वर कुमार की जगह खेलने का मौका दिया गया था.
मोहम्मद शमी ने कहा कि प्लान सिम्पल था. माही भाई ने यॉर्कर करने के लिए सजेस्ट किया था. उन्होंने कहा था कि अभी कुछ भी चेंज मत करना, तुम्हारे पास हैट्रिक करने का अच्छा चांस है. ये थोड़ा मुश्किल है और तुम्हें ऐसा करने की जरूरत है. मैंने वही किया, जो उन्होंने कहा था.
हैट्रिक के बाद जसप्रीत बुमराह से बात करते हुए शमी ने कहा-
बहुत अच्छा फील हो रहा है. वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेना बड़ी बात है. अल्लाह का शुक्रिया करना चाहूंगा कि ये मुकाम मुझे मिला है. और ऐसे कारनामे हम साथ में करें, साथ में खेलते रहें.
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