टेस्ट मैचों में अपने प्रदर्शन को लेकर लगातार आलोचनाओं को झेलने वाले रोहित शर्मा बल्ले से जवाब देने के मूड में आ गए हैं. भारतीय पिच और दक्षिण अफ़्रीका की औसत गेंदबाज़ी ने उनकी चुनौती को थोड़ा आसान क्या बनाया उन्होंने विशाखापत्तनम टेस्ट की दोनों पारियों में शतक ठोक दिया.
पहली पारी में 176 रन बनाने के बाद उन्होंने दूसरी पारी में भी ताबड़तोड़ 127 रन बनाए. वे पहली बार बतौर सलामी बल्लेबाज़ मैदान में उतरे थे और दोनों पारियों में शतक जड़ने का कारनामा कर दिया. इसके साथ ही 144 साल के टेस्ट इतिहास में रोहित ऐसे पहले सलामी बल्लेबाज़ बन गए हैं जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ा है.
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले कभी किसी ओपनर ने अपने पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने का कारनामा नहीं किया था.
21 साल पुराना अकरम का और 23 साल पुराना सिद्धू का रिकॉर्ड तोड़ा
इस दौरान रोहित शर्मा ने 13 बार गेंद को सीमा रेखा से बाहर छक्के के लिए पहुंचाया और एक टेस्ट मैच में सर्वाधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया. रोहित ने पहली पारी में छह और दूसरी में सात छक्के जमाए.
दूसरी पारी में जब रोहित ने तीसरा छक्का जड़ा तो उन्होंने एक टेस्ट में सर्वाधिक छक्के लगाने का नवजोत सिंह सिद्धू का रिकॉर्ड तोड़ दिया. सिद्धू ने 1994 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ 124 रनों की पारी के दौरान 8 छक्के लगाए थे.
इसके बाद, 13वां छक्का लगाते ही रोहित ने अकरम के 1996 में बनाए एक टेस्ट में 12 छक्कों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. अकरम ने तब अपनी नाबाद 257 रनों की पारी में 12 छक्के लगाए थे.
दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले महज छठे भारतीय
साथ ही रोहित ऐसे दूसरे सलामी बल्लेबाज़ बन गए हैं जिन्होंने टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाया. उनसे पहले यह उपलब्धि सुनील गावस्कर के नाम थी.
हालांकि दोनों पारियों में शतक बनाने वाले वे ओवरऑल छठे भारतीय बल्लेबाज़ और 86वें अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज़ बने हैं. 2015 में अजिंक्य रहाणे की उपलब्धि के बाद ये पहला मौका है जब भारत की ओर से किसी ने एक ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ा है.
रोहित और रहाणे से पहले विजय हज़ारे, सुनील गावस्कर (तीन बार), राहुल द्रविड़ (दो बार) और विराट कोहली ये करिश्मा दिखा चुके हैं.
द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ा
रोहित शर्मा ने घरेलू मैदान पर 50 से अधिक रनों की लगातार सातवीं टेस्ट पारी खेली और इसके साथ ही उन्होंने राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. द्रविड़ ने 1997-1998 के दौरान भारत में खेले गए टेस्ट मैचों में लगातार 6 बार 50 से अधिक रनों की पारियां खेली थीं.
भारतीय मैदानों पर रोहित शर्मा की 50 रनों से अधिक की यह लगातार सातवीं पारी (82, 51*, 102*, 65, 50*, 176, 127) थी.
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