पढ़ाई की ऐसी कौनसी युक्तियां (Hacks) है जिसे प्रत्येक छात्र को जानना चाहिए?

बचपन से आरंभ करके अपने पूरे करियर के दौरान अधिकतर मैं अपनी कक्षा में शीर्ष 10 विद्यार्थियों में रहा हूं। काफी बार कई कई घंटों तक (6–8 घंटे रोज़) पढ़ाई भी की है। एक बार मैं शाम को 7–8 बजे पढ़ने बैठा तो इतना रुचिकर विषय पढ़ रहा था कि पढ़ते पढ़ते सुबह के 7 बज गए। निश्चित ही बीच में कुछ खाने और पानी वगैरह पीने के लिए तो उठा ही था।


तो आपको अपने अनुभव से सीखी कुछ बातें बताता हूं।
  1. पढ़ने से पहले खाना कम खाएं। अपनी भूख से आधा ही खाएं। पढ़ते पढ़ते फिर से भूख लग जाए, तो फिर कुछ खा लें। पर पुनः याद रखें कि भूख से आधा ही खाएं।
  2. बीच बीच में पानी पीते रहें। चाय ज़रूरी नहीं है। दूध दही आदि खाने से नींद और आलस आएगा। पीना हो तो कॉफी पी सकते हैं। पर ये भी बहुत ज़्यादा ना पीएं। दीर्घकाल में सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
  3. कमरे की लाइट बंद करके टेबल लैंप से पढ़ाई करें, इससे आंखों पर ज़ोर नहीं पड़ेगा।
  4. कुर्सी और मेज़ की ऊंचाई सही रखें। कुर्सी की ऊंचाई इतनी हो कि आपकी कुहनी मेज़ पर आराम से टिक सके। ना तो कूहनी लटकती रहें और ना ही बहुत आगे की तरफ चली जाएं।
5. आरामदायक कपड़े पहनें।


6. अगर गंभीरता से पढ़ना चाहते हैं तो सबके सोने के समय पढ़ें। जैसे कि दोपहर में, सुबह जल्दी उठ कर या फिर रात को देर से। संभव हो तो दोपहर में और सुबह जल्दी पढ़ने का समय बनाएं। इसके लिए रात को जल्दी सोना होगा।
7. कई लोगों का मानना है कि विषय बदल बदल के पढ़ना चाहिए। पर मेरे साथ कुछ अलग था। कभी मुझे कोई एक विषय या एक टॉपिक में रुचि हो जाती थी तो मैं लगातार उसे ही पढ़ता रहता था। कई बार 8–10 दिन तक लगातार एक ही विषय पढ़ता जाता था। फ़िर जब बोरियत होने लगती तो दूसरा विषय उठाता था। कभी ऐसा भी होता था कि कुछ भी पढ़ने का मन नहीं होता था, तो कई दिन बिना कोई गंभीर पढ़ाई किए निकल जाते थे।


8. दिन में एक बार हल्का फुल्का व्यायाम अवश्य करें। कम से कम कपालभाति प्राणायाम और और छोटी सी दौड़ तो लगा ही लें। अन्यथा खेल खेलें। 
अगर सुबह पढ़ने का समय बनाते हैं तो व्यायाम शाम को कर लें।
9. सोने से पहले एक गिलास दूध पिएं। कुल मिलाकर सेहत का ध्यान रखें। सेहत अच्छी होगी तो पढ़ाई भी अच्छी होगी। एक कहावत भी है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।


10. मोबाइल फोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कम से कम करें। मेरा विश्वास करें कि ये लक्ष्य से ध्यान भटकाने की सबसे बड़ी वजह है। और इस तरह के दोस्तों से भी कोसों दूरी बना के रखें। देखिए मन किसी का भी भटक सकता है पर मन को काबू स्वयं को ही रखना पड़ता है। जिन लोगों ने ज़िन्दगी में बड़े लक्ष्य हासिल किए हैं, उनका मन उनके बहुत हद तक वश में था। मन वश में रहे इसके लिए बिंदु नंबर 8 बड़ा उपयोगी है। वैसे अपना मनपसंद संगीत सुन सकते हैं, पर इससे पढ़ाई का समय प्रभावित नहीं हो तो अच्छा है।
11. अगर आप Teenage से गुजर रहे हैं मन में प्यार मुहब्बत जैसी बातें आने लगती हैं। पर जान लीजिए कि ये फीलिंग इस उम्र में लगभग सभी को आती है। आप कोई पहले इंसान नहीं है। तो फिर कहूंगा कि मन को काबू….. । जिन लोगों ने ज़िन्दगी में….. (बिंदु सं. 10)। आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि आपका प्यार भी आपको तभी मिलेगा जब आप अपने जीवन में कुछ बन के दिखाएंगे।
अभी के लिए इतना ही। और याद आने पर जोड़ दूंगा।

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